Tuesday, June 26, 2007

जीवन लीला

बच्चे जब बहस कर के बड़ों

को जवाब देने लगते हैं तो दु:ख होता है....

लाज़मी है.

लेकिन यह भी सोचें कि आपने भी

तो अपने अभिभावकों से ऐसी ही

मुंहजोरी की थी.

हुज़ूर आपके साथ बच्चे दुर्व्यवहार नहीं कर रहे...

वे तो आपको फ़्लैश-बैक दिखा रहे हैं..उसी फ़िल्म का

जिसके मौन पात्र आपके माता-पिता थे...

बरसों पहले.

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